फिलहाल मुम्बई के एक सबसे बड़े हिंदी समाचार पत्र में फिल्म पत्रकार के तौर पर कार्यरत। पत्रकारिता के साथ साथ साहित्यिक लेखन की तरफ रुझान। सपने और भी हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए मुम्बई तक का सफर तय किया है। मंजिल का सपना आंखों में लिए रास्ते पर चला जा रहा हूं। मेहत, किस्मत, ईश्वर और मां-बाप के आशीर्वाद पर अटूट विश्वास है।
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